नई दिल्ली: मछली पालन को लेकर अक्सर किसानों के मन में सवाल होता है कि मछली पालन के लिए धूप क्यों है ज़रूरी? फिशरीज एक्सपर्ट्स के अनुसार, जैसे पानी मछली पालन की जान है, वैसे ही धूप भी उतनी ही जरूरी है। दोनों में से किसी एक की कमी होने पर मछलियों की ग्रोथ और सेहत पर सीधा असर पड़ता है।
पानी और धूप का गहरा संबंध
फिशरीज एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर तालाब का पानी साफ और स्वच्छ नहीं है, तो मछलियों की वृद्धि धीमी हो जाती है और वे जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगती हैं। इस समस्या से बचने के लिए जरूरी है कि तालाब में सूरज की सीधी धूप पड़े, क्योंकि धूप पानी को प्रदूषण मुक्त रखने में मदद करती है।
सूरज की धूप कैसे करती है मदद
धूप तालाब के पानी में हानिकारक जीवाणुओं और प्रदूषण को बढ़ने नहीं देती। जब तालाब पर पर्याप्त धूप पड़ती है, तो पानी में ऑक्सीजन की कमी नहीं होती और मछलियां स्वस्थ रहती हैं। यदि धूप न पड़े तो पानी में प्रदूषण और काई बढ़ने लगती है, जिससे ऑक्सीजन लेवल घट जाता है और मछलियों की मौत तक हो सकती है। यही कारण है कि फिशरीज विशेषज्ञ तालाब में मछली पालन को सबसे बेहतर तरीका मानते हैं।
मछलियों के तालाब पर क्यों जरूरी है सीधी धूप
फिशरीज एक्सपर्ट सुशांत वर्मा के अनुसार, मछली पालन के लिए बनाए गए तालाब या टैंक खुले स्थान पर होने चाहिए जहां सूरज की सीधी धूप पड़ सके। इससे तालाब में सीप, घोंघे और हानिकारक कीड़े नहीं पनपते। बरसात के समय मछलियों को मांसाहारी जीवों से बचाने के लिए तालाब पर जाल लगाना चाहिए और नियमित रूप से पानी में दवाओं का छिड़काव करना चाहिए।
सर्दियों और गर्मियों में तालाब की देखभाल
मछलियों के लिए सिर्फ गर्मी ही नहीं, सर्दियों में भी पानी का तापमान नियंत्रित रखना जरूरी है। सर्दियों में पानी को बहुत ठंडा न होने दें और सुबह-शाम ताजा पानी मिलाकर उसका तापमान सामान्य रखें। वहीं गर्मियों में तालाब के पास बड़ी मोटर लगाकर पानी को समय-समय पर बदलते रहें, ताकि अत्यधिक गर्माहट कम हो सके।
तालाब के पानी में ऑक्सीजन की कमी क्यों होती है
फिशरीज एक्सपर्ट्स के अनुसार, हवा या अन्य कारणों से तालाब का पानी प्रदूषित होने लगता है। प्रदूषण बढ़ने पर पानी में ऑक्सीजन की मात्रा घट जाती है, जिससे मछलियों की सेहत पर असर पड़ता है। कई बार ऑक्सीजन की कमी के कारण मछलियां मरने लगती हैं, जिससे मछली पालक को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए समय-समय पर ऑक्सीजन और पीएच लेवल जांचना बेहद जरूरी है। अगर ऑक्सीजन कम हो तो मशीनों की मदद से तालाब में ऑक्सीजन छोड़ी जानी चाहिए।
फिशरीज एक्सपर्ट की सलाह
एक्सपर्ट्स का कहना है कि मछली पालन शुरू करने से पहले तालाब की स्थिति, पानी की गुणवत्ता, सूरज की रोशनी और तापमान का पूरा ध्यान रखना चाहिए। इससे न सिर्फ मछलियां तेजी से बढ़ती हैं, बल्कि बीमारी की संभावना भी बहुत कम रहती है।
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